नई दिल्ली/चेन्नई: रोशनी का त्योहार दीवाली देशभर में धूमधाम से मनाया गया। लोगों ने देर रात तक जमकर आतिशबाजी की। पटाखों के लिए मशहूर शिवकाशी के पटाखा कारोबारियों ने इस साल 6 हजार करोड़ के पटाखे बेचे।
शिवकाशी पटाखा उद्योग में गिरावट
तमिलनाडु फायरवर्क्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अनुसार विरुधुनगर जिले में स्थित शिवकाशी के पटाखा कारखानों ने इस साल दीवाली के अवसर पर 6000 करोड़ रुपए के पटाखे बेचे हैं। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि शिवकाशी के आतिशबाजी उद्योग को इस साल उत्पादन में थोड़ी गिरावट का सामना करना पड़ा है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों के निर्माण में एक प्रमुख घटक बेरियम नाइट्रेट और आपस में जुड़े हुए पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके कारण उत्पादन में करीब 30 प्रतिशत की गिरावट आई है।
इसके साथ ही कई पटाखों निर्माताओं ने महीनों तक अपनी फैक्ट्रियां बंद रखी हैं, जिसके कारण श्रमिक दूसरी फैक्ट्रियों में चले गए हैं। शिवकाशी के कुछ हिस्सों में भारी बारिश ने भी उत्पादन को प्रभावित किया।
शिवकाशी पटाखा उद्योग का केंद्र
शिवकाशी को भारत के पटाखा उद्योग का केंद्र माना जाता है, जो देश के लगभग 70 प्रतिशत पटाखों का उत्पादन करता है। यहां छोटी-बड़ी 1,150 से ज्यादा पटाखा फैक्ट्रियां हैं, जिसमें लगभग 4 लाख मजदूर काम करते हैं। ये बात बता दें कि साल 2024 में शिवकाशी में 17 दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 54 लोगों की जान चली गई।