रायपुरः किरण सिंह देव एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष बनाए गए हैं। राष्ट्रीय महामंत्री और छत्तीसगढ़ चुनाव प्रभारी विनोद तावड़े, प्रदेश संगठन चुनाव अधिकारी खूबचंद पारख, प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय, वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में किरण सिंह देव को प्रदेश अध्यक्ष चुनाव में विजयी घोषित किया गया। इसके साथ ही उन्हें बधाई देने वालों का सिलसिला शुरू हो गया।
दोबारा अध्यक्ष बनाए जाने पर किरण सिंह देव ने भाजपा के शीर्ष नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं तक सभी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के रूप में वे पार्टी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयास करेंगे।
किरण सिंह देव का सफर
- 1985 में सरकारी पीजी कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष
- 1998 में भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष
- 2000 में भाजयुमो के बस्तर जिला अध्यक्ष
- 2002 में जगदलपुर का जिला अध्यक्ष
- 2005 में भाजपा के प्रदेश मंत्री
- 2009 में प्रदेश कार्य समिति के सदस्य
- 2009 में जगदलपुर नगर निगम के महापौर
- 2014 में भाजपा के प्रदेश मंत्री
- 2022 में बिलासपुर संभाग के प्रभारी
- 2022 में भाजपा के प्रदेश महामंत्री
- 2023 में जगदलपुर सीट विधायक
- 2023 में भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष
- 2025 में दोबारा बने प्रदेश अध्यक्ष
किरण सिंह देव अपनी साफ सुथरी छवि, प्रशासनिक कौशल और सफल नेतृत्व के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 1985 में सरकारी पीजी कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष के रूप में अपना राजनीतिक सफर शुरू किया। इसके बाद 1998 में भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष बनाए गए। साल 2000 में उन्होंने भाजयुमो के बस्तर जिला अध्यक्ष की कमान संभाली। इसके बाद साल 2002 में उन्हें जगदलपुर का जिला अध्यक्ष बनाया गया। साल 2005 में उन्होंने प्रदेश मंत्री के तौर पर दायित्वों का निर्वहन किया। किरण देव 2009 में प्रदेश कार्य समिति के सदस्य चुने गए। इसी साल 2009 में किरण देव जगदलपुर नगर निगम के महापौर बनाए गए। साल 2014 में प्रदेश मंत्री और 2022 में बिलासपुर संभाग के प्रभारी रूप में उन्होंने संगठन को मजबूत करने के लिए उल्लेखनीय काम किए। 2022 में ही उन्हें प्रदेश महामंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई। विधानसभा चुनाव 2023 में किरण देव पहली बार जगदलपुर सीट से चुनाव लड़े और शानदार जीत दर्ज की। इसके बाद 21 दिसंबर 2023 को उन्हें भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। उनके कार्यकाल के दौरान हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 10 सीटों पर परचम लहराया। भाजपा सदस्यता अभियान में भी छत्तीसगढ़ ने रिकॉर्ड लोगों को पार्टी का सदस्य बनाकर इतिहास रच दिया।
अब तक किन नेताओं ने किया नेतृत्व
अटल बिहारी वाजपेयी ने साल 2000 में छत्तीसगढ़ को अलग राज्य का दर्जा दिया। तब से लेकर अब तक 11 नेताओं ने छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली है।
छत्तीसगढ़ भाजपा के नेतृत्वकर्ता | |
प्रदेश अध्यक्ष | कार्यकाल |
ताराचंद साहू | 10-01-2001 से 03-02-2002 तक |
लखीराम अग्रवाल | 04-02-2002 से 23-07-2002 तक |
डॉ. रमन सिंह | 24-07-2002 से 19-12-2003 तक |
नंदकुमार साय | 20-12-2003 से 18-11-2004 तक |
शिवप्रताप सिंह | 19-11-2004 से 30-10-2006 तक |
विष्णुदेव साय | 31-10-2006 से 09-05-2010 तक |
रामसेवक पैकरा | 10-05-2010 से 20-01-2014 तक |
विष्णुदेव साय | 21-01-2014 से 15-08-2014 तक |
धरमलाल कौशिक | 16-08-2014 से 02-01-2016 तक |
धरमलाल कौशिक | 03-01-2016 से 07-03-2019 तक |
विक्रम उसेण्डी | 08-03-2019 से 01-06-2020 तक |
विष्णुदेव साय | 02-06-2020 से 08-08-2022 तक |
अरूण साव | 09-08-2022 से 20-12-2023 तक |
किरण सिंह देव | 21-12-2023 से 16-01-2025 तक |
किरण सिंह देव | 17-01-2025 से अब तक |
छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद ताराचंद साहू को भाजपा का पहला प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। उन्होंने 10-01-2001 से 03-02-2002 तक पार्टी की कमान संभाली। इसके बाद लखीराम अग्रवाल 04-02-2002 से 23-07-2002 तक प्रदेश अध्यक्ष रहे। लखीराम के बाद डॉ. रमन सिंह को 24-07-2002 से 19-12-2003 तक पार्टी की जिम्मेदारी मिली। उनके कार्यकाल के दौरान हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने शानदार जीत हासिल की। डॉ रमन सिंह के मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद नंदकुमार साय 20-12-2003 से 18-11-2004 तक प्रदेश अध्यक्ष रहे। शिवप्रताप सिंह ने 19-11-2004 से 30-10-2006 तक प्रदेश में संगठन का नेतृत्व किया।
विष्णुदेव साय सबसे ज्यादा 3 बार प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए। सबसे पहले 31-10-2006 से 09-05-2010 तक, दूसरी बार 21-01-2014 से 15-08-2014 तक और तीसरी बार 02-06-2020 से 08-08-2022 तक उन्हें ये महत्वपूर्ण कार्य मिला। इस बीच रामसेवक पैकरा को 10-05-2010 से 20-01-2014 तक प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। धरमलाल कौशिक लगातार 2 बार 16-08-2014 से 02-01-2016 तक और 03-01-2016 से 07-03-2019 तक प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए।
इसके बाद विक्रम उसेण्डी ने 08-03-2019 से 01-06-2020 तक प्रदेश अध्यक्ष रहे। अरुण साव ने 09-08-2022 से 20-12-2023 तक प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली और उनके कार्यकाल के दौरान छत्तीसगढ़ में भाजपा की ऐतिहासिक जीत हुई। अरुण साव के उपमुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद किरण सिंह देव ने 21-12-2023 को प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाली। अब एक बार फिर किरण देव को दोबारा भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है।